मैं हूं ! अकबर इलाहबादी
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हंगामा है क्यूँ बरपा, थोड़ी सी जो पी ली है
डाका तो नहीं डाला, चोरी तो नहीं की है
-16 नवम्बर सन 1846 को जन्मे अकबर इलाहाबादी रूढ़िवादिता एवं धार्मिक ढोंग क...
7 years ago
10 टिप्पणियाँ:
वाकई यक्ष प्रश्न....
प्रभावी प्रस्तुति..
बधाई.
आपकी रचनात्मक ,खूबसूरत और भावमयी
प्रस्तुति भी कल के चर्चा मंच का आकर्षण बनी है
कल (14-2-2011) के चर्चा मंच पर अपनी पोस्ट
देखियेगा और अपने विचारों से चर्चामंच पर आकर
अवगत कराइयेगा और हमारा हौसला बढाइयेगा।
http://charchamanch.uchcharan.com
चैन सिंह जी....ये प्रश्न हम-सब का है..इस लिए यक्ष प्रश्न है....पंक्तियां..अच्छी लगीं आपको...धन्यवाद
वंदना जी....शुक्रिया आपका....चर्चा मंच सक्रिय है...ये मैं वहां विज़िट कर के ही जान पाया हूं....शुभकामनाएं
शाश्वत प्रश्न...बहुत सुन्दर प्रस्तुति..
स्वागत कैलाश जी...
राजेश जी,
बहुत सुन्दर......छोटी पर दिल को छुल लेने वाली बात कही आपने......वाह..
स्वागत...इमरान भाई
सवाल ये है के मैं दिखता कैसा हूँ ....?
'जल' जैसा ......!
अपनी आँखों से जो दिखाई दे ,
दूसरे को न जो सुनाई दे....
'यक्ष प्रश्न' एकदम यक्ष ....?तस्वीर का ? बहुत अच्छा लगा....
स्वागत अंजू......शुक्रिया भी...
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